अंतरिक्ष से जुड़े प्रमुख तथ्य | Space GK in Hindi
यहाँ पर अंतरिक्ष से जुड़ी परीक्षाओं में पूछे गए महत्वपूर्ण तथ्यों को प्रस्तुत किया गया है। ये तथ्य विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में बार-बार पूछे जाते हैं और अध्ययन हेतु उपयोगी हैं।
🚀 भारत और विश्व के प्रमुख अंतरिक्ष तथ्य
- इन्सैट – एशिया-पैसिफिक क्षेत्र में 1983 में शुरू की गई सबसे बड़ी घरेलू संचार उपग्रह प्रणाली।
- गगनयान – भारत का पहला स्वदेशी मानव अंतरिक्ष मिशन (ISRO)।
- पहला जीव अंतरिक्ष में: लाइका नामक कुतिया, स्पुतनिक-2 यान द्वारा (3 नवम्बर 1957)।
- पहले अंतरिक्ष यात्री: यूरी गागरिन (14 अप्रैल 1961), वोस्टोक-1 यान से (सोवियत संघ)।
- पहली महिला अंतरिक्ष यात्री: वेलेंटिना तेरेश्कोवा (1963), वोस्टोक-6 मिशन (सोवियत संघ)।
- अंतरिक्ष में पहला पुष्प: अमीन (अंतरिक्ष में पुष्पित)।
- भारत का पहला उपग्रह: आर्यभट्ट, 19 अप्रैल 1975 को सोवियत संघ की सहायता से प्रक्षेपित।
- आर्यभट्ट डिजाइन किया: प्रो. यू.आर. राव ने।
- नेविगेशन सैटेलाइट की परमाणु घड़ी विकसित की: ISRO ने।
- पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री: राकेश शर्मा (1984, सोयूज T-11 यान, सोवियत संघ)।
- राकेश शर्मा की प्रतिक्रिया जब पूछा गया भारत अंतरिक्ष से कैसा दिखता है: “सारे जहां से अच्छा”।
- मार्स ऑर्बिटर मिशन: सितंबर 2014 में मंगल की परिक्रमा पूरी की (4 वर्षों तक)।
- भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक: विक्रम साराभाई।
- चांद पर कदम रखने वाले पहले व्यक्ति: नील आर्मस्ट्रांग (20 जुलाई 1969), अपोलो-11 मिशन।
- चांद पर दूसरा व्यक्ति: एडविन एल्ड्रिन।
- NASA का पूर्ण रूप: National Aeronautics and Space Administration।
- NASA का मुख्यालय: वाशिंगटन डी.सी. में।
- चांद का चक्कर लगाने वाला पहला उपग्रह: लूना-10।
- अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS): पृथ्वी से लगभग 400 किमी ऊँचाई पर स्थित।
- भारतीय मूल की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री: कल्पना चावला (कोलंबिया यान से)।
- चंद्रयान-1 के समय ISRO प्रमुख: जी. माधवन नायर।
- ‘रॉकेट मैन ऑफ इंडिया’: के. सिवन (पूर्व ISRO चेयरमैन)।
- दुनिया का पहला कृत्रिम उपग्रह: स्पुतनिक-1 (सोवियत संघ द्वारा 4 अक्टूबर 1957)।
- अब तक चाँद पर कदम रखने वाले इंसानों की संख्या: 12।
- भारत का पहला उपग्रह जो भारतीय रॉकेट से गया: रोहिणी (SLV-3 द्वारा, 18 जुलाई 1980)।
- भारत का पहला संचार उपग्रह: एप्पल (19 जून 1981 को प्रक्षेपित)।
सूत्र: परीक्षाओं के प्रश्नपत्र
📌 निष्कर्ष
इन तथ्यों के माध्यम से आप अंतरिक्ष विज्ञान से जुड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी बेहतर तरीके से कर सकते हैं। यह जानकारी नियमित रूप से परीक्षाओं में पूछी जाती है और आपकी सफलता की कुंजी बन सकती है।