DRDO और भारत की मिसाइल तकनीक
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO)
स्थापना: 1 जनवरी, 1958
मुख्यालय: नई दिल्ली
अधीनस्थ मंत्रालय: रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार
मूल मंत्र: ‘बलस्य मूलं विज्ञानं’ – शक्ति का स्रोत विज्ञान है।
DRDO का मुख्य उद्देश्य अत्याधुनिक रक्षा प्रौद्योगिकियों का विकास करना और भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है।
मिसाइल क्या है?
मिसाइल एक मानवरहित रॉकेट होती है जिसे लक्ष्य को नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है। इसके भाग होते हैं:
- प्रणोदन तंत्र (Propulsion System)
- नियंत्रण और मार्गदर्शन प्रणाली (Control & Guidance)
- वारहेड (Warhead)
- फिन्स और विंग्स
बैलिस्टिक मिसाइलें (Ballistic Missiles)
गुरुत्वाकर्षण आधारित मार्ग से चलने वाली मिसाइलें जिनका प्रक्षेपवक्र परवलयाकार होता है।
प्रमुख बैलिस्टिक मिसाइलें
- पृथ्वी
- अग्नि
बैलिस्टिक मिसाइलों का वर्गीकरण
| प्रकार | मारक क्षमता |
|---|---|
| SRBM | 1000 किमी. तक |
| MRBM | 1000-3000 किमी. |
| IRBM | 3000-5000 किमी. |
| ICBM | 5500 किमी. से अधिक |
क्रूज मिसाइलें (Cruise Missiles)
यह स्वचालित, पायलट रहित यान होती हैं जो कम ऊंचाई पर उड़ान भरती हैं।
प्रमुख क्रूज मिसाइलें
- ब्रह्मोस (भारत-रूस संयुक्त)
क्रूज मिसाइलों का वर्गीकरण
| प्रकार | गति |
|---|---|
| सबसोनिक | 0.8 मैक |
| सुपरसोनिक | 2-3 मैक |
| हाइपरसोनिक | 5 मैक से अधिक |
IGMDP (एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम)
इस कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के नेतृत्व में 1983 में हुई। इसका उद्देश्य भारत को मिसाइल तकनीक में आत्मनिर्भर बनाना था।
इस कार्यक्रम में विकसित मिसाइलें:
- पृथ्वी – सतह से सतह पर
- अग्नि – मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल
- त्रिशूल – सतह से हवा में
- आकाश – मध्यम दूरी की सतह से हवा में
- नाग – टैंक भेदी मिसाइल
प्रमुख मिसाइलों की मारक क्षमताएँ
पृथ्वी श्रृंखला
| मिसाइल | मारक क्षमता |
|---|---|
| पृथ्वी-1 | 150 किमी. |
| पृथ्वी-1 (वायुसेना) | 250-350 किमी. |
| पृथ्वी-II | 350-600 किमी. |
अग्नि श्रृंखला
| मिसाइल | मारक क्षमता |
|---|---|
| अग्नि-1 | 700-1250 किमी. |
| अग्नि-2 | 2000-2500 किमी. |
| अग्नि-3 | 3000-3500 किमी. |
| अग्नि-4 | 4000 किमी. |
| अग्नि-5 | 5000 किमी. |
अन्य महत्वपूर्ण रक्षा परियोजनाएं
- नाग: टैंक रोधी मिसाइल, रेंज: 3-7 किमी.
- त्रिशूल: रेंज 9-12 किमी. (अब बंद)
- आकाश: रेंज 25-30 किमी., कई लक्ष्यों पर निशाना साध सकती है
- ब्रह्मोस: भारत-रूस का संयुक्त प्रयास, सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल
- बराक-8: भारत-इज़राइल की लंबी दूरी की वायु रक्षा प्रणाली, रेंज 100 किमी.
स्वदेशी रक्षा प्रणालियाँ
- तेजस: चौथी पीढ़ी का हल्का लड़ाकू विमान
- प्रचंड: हल्का लड़ाकू हेलीकॉप्टर
- पिनाक: मल्टी बैरल रॉकेट लांचर